भारत अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चर्चे पाकिस्तान में

भारत और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चर्च अब हर जगह सुनायी दे रहे हैं देशो में राजनीतिक संबंध भी बहुत अच्छे हैं बल्कि खेलों के क्षेत्र में, रिवील क्रिकेट में भी गहरी सहायता देखने को मिलती है। अफगानिस्तान क्रिकेट की सफलता में भारत का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने भारत को कई क्षेत्रीय सहायता प्रदान की है, जिससे अफगानिस्तान क्रिकेट टीम आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना पाई है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि भारत अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की कैसे मदद करता है।

होम ग्राउंड की सुविधा

  • अफगानिस्तान में लंबे समय तक असुरक्षा के माहौल और आधारभूत ढांचे की कमी के कारण, अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को घरेलू अंतरराष्ट्रीय मैच अपने देश में कराना मुश्किल था। ऐसे में भारत ने अफगानिस्तान को ‘दूसरा घर’ (Second Home) मुहैया कराया।
  • ग्रेटर नोएडा स्टेडियम
  • राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, देहरादून
  • लखनऊ और दिल्ली के स्टेडियम

कोचिंग सहायता

भारत ने अफगान खिलाड़ियों को कोचिंग सुविधाएं, ट्रेनिंग कैंप और इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया है। कई अफगान खिलाड़ी भारतीय कोचों से ट्रेनिंग लेकर अपने खेल को निखार पाए हैं।अफगानिस्तान की टीम ने भारतीय कोचों से आधुनिक तकनीकों को सीखा।खिलाड़ियों को भारतीय घरेलू टीमों के साथ अभ्यास करने का मौका भी मिला।अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को भारतीय खिलाड़ियों के साथ रहने का मौका भी मिला और उच्च शिक्षा प्राप्त की

IPL में अवसर

भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) जैसे बड़े टूर्नामेंट अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला जिसे उनकी पहचान भी अच्छी और अच्छे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका भी मिला

  • राशिद खान, मोहम्मद नबी, मुझीब उर रहमान जैसे खिलाड़ी IPL में भारतीय फ्रेंचाइज़ी द्वारा खरीदे गए।

क्रिकेट संबंध

भारत ने अफगानिस्तान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका देने के लिए कई बार मैत्रीपूर्ण मैचों का आयोजन किया है। भारत ने अफगानिस्तान को टेस्ट मैच खेलने का मौका भी दिया – अफगानिस्तान का पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ 2018 में खेला गया।

सरकारी सहयोग

भारत सरकार ने भी अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कई बार आर्थिक और तकनीकी मदद की पेशकश की है।

भारत द्वारा बनाए गए स्टेडियम और अकादमियां अफगानिस्तान में क्रिकेट को बढ़ावा देने में सहायक रही हैं। सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के तहत खिलाड़ियों के बीच संपर्क बढ़ा है।

Conclusion

भारत और अफगानिस्तान के बीच क्रिकेट एक मजबूत कड़ी है, जिसने दोनों देशों के संबंधों को और गहरा किया है। अफगानिस्तान क्रिकेट की प्रगति में भारत की भूमिका केवल एक पड़ोसी की नहीं बल्कि एक सच्चे साथी की रही है। प्रशिक्षण, संसाधन, अवसर और समर्थन – हर स्तर पर भारत ने अफगानिस्तान क्रिकेट को मजबूत बनाने में योगदान दिया है।

 

 

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